जामिया मिल्लिया इस्लामिया की बुनियाद रेशमी रुमाल तहरीक के नायक शेख़ उल हिन्द मौलाना महमूद उल हसन ने अलीगढ़ में रखी थी

वो जुमा का दिन था, 29 अक्तुबर 1920, जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया के क़याम का ऐलान हुआ था। अलीगढ़ कॉलेज

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भारतीय स्वातंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा चेहरा :- शेख़ुल हिंद मौलाना महमूद-उल-हसन

जंग-ए-आज़ादी मे हिन्दुस्तानीयों की कीयादत करने वाले, हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी और ख़ुफ़िया तहरीक “रेशमी रुमाल” की बुन्याद डालने वाले,

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